एशिया में दक्षिण अफ्रीका का रोलर-कोस्टर दौरा: ऐतिहासिक जीत से लेकर बार-बार बैटिंग कोलैप्स तक

South Africa Sudden Collapse in India

क्या आपको याद है कि कुछ ही समय पहले South Africa (South Africa Sudden Collapse in India) ने भारत में इतिहास रचते हुए 25 साल बाद पहली टेस्ट सीरीज जीत हासिल की थी?
अगर भूल गए हों, तो यह कोई हैरानी की बात नहीं—क्योंकि क्रिकेट में एक हफ्ता काफी होता है किसी टीम की किस्मत बदलने के लिए।

सिर्फ दो हफ्ते पहले तक दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ी जश्न मना रहे थे—भारत में ऐतिहासिक जीत का जश्न, और उसके बाद Raipur ODI में 359 रनों का विशाल लक्ष्य चेज करके सीरीज 1-1 से बराबर करने का जश्न।

लेकिन इस जश्न का सिलसिला जितनी तेजी से शुरू हुआ था, उतनी ही तेजी से फीका भी पड़ गया।

पिछले सात–आठ दिनों में South Africa के बल्लेबाज़ी प्रदर्शन में गिरावट (South Africa Sudden Collapse in India) इतनी तेज देखी गई कि विशेषज्ञों को भी भरोसा करना मुश्किल हो रहा है कि यह वही टीम है जिसने कुछ ही दिनों पहले भारत को मात दी थी।


Visakhapatnam ODI में शुरुआती गिरावट

शनिवार को Visakhapatnam में खेले गए तीसरे वनडे में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 10.1 ओवर बाकी रहते 9 विकेट से हराकर पूरी तरह पस्त कर दिया।
ऐसा लगा मानो मेहमान टीम अपने ही बनाए दबाव में फंस गई हो।

लेकिन असली झटका तो दो दिन बाद लगा…


Cuttack T20: South Africa’s Lowest-Ever T20I Total in India

मंगलवार को Cuttack T20I में दक्षिण अफ्रीका एक रिकॉर्ड निम्नतम स्कोर 74 पर ढेर हो गई।
भारत ने मुकाबला एकतरफा अंदाज़ में 101 रनों से जीत लिया।

एक बुरी हार को संयोग कहा जा सकता है…
लेकिन दो लगातार करारी हार टीम की गहराती समस्याओं का संकेत देती हैं—विशेषकर तब जबकि अगले 10 दिनों में चार और T20I मैच खेले जाने हैं।


यह गिरावट नई नहीं — एशिया दौरे के पिछले मैच भी गवाह

अगर थोड़ा और पीछे जाएं, तो यह स्लंप पहले से ही दिखाई दे रहा था।

  • Lahore T20I (31 अक्टूबर): SA 110 पर ऑल आउट, पाकिस्तान ने 41 गेंदें शेष रहते 9 विकेट से जीत हासिल की।
  • Faisalabad ODI: SA फिर से 143 पर ढेर, पाकिस्तान ने 7 विकेट से आराम से पीछा किया।

इन खराब प्रदर्शनों के बीच, कुछ मैचों में लड़ाई दिखाई दी, पर अंत परिणाम हार ही रहा।

यानी batting slump धीरे-धीरे बढ़ रहा था, और भारत में यह खुलकर सामने आ गया।

South Africa Sudden Collapse in India

Ashwell Prince की प्रेस कॉन्फ्रेंस – दबाव, सवाल और जवाब

Cuttack में शर्मनाक हार के बाद जब Ashwell Prince को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुलाया गया, तो उनके सामने सवालों की बाढ़ आ गई।

क्या टॉस जीतकर Aiden Markram को पहले गेंदबाज़ी चुननी चाहिए थी?

Suryakumar ने स्पष्ट कहा:

“हमें लगा पिच अच्छी रहेगी। हमारे डेटा के अनुसार यहाँ रात में हमेशा dew रहती है। इसलिए फैसला गलत नहीं था, पिच बस वैसी नहीं निकली जैसा अंदाज़ा था।”

पिच में seam, swing और bounce था—but India ने रास्ता ढूंढ लिया

भारत ने शुरुआती कठिन ओवरों के बावजूद 6 विकेट पर 175 रन का प्रतिस्पर्धी स्कोर बनाया।

Suryakumr ने कहा:

“हर पिच batting paradise नहीं होती। खिलाड़ियों को परिस्थिति के अनुसार तालमेल बैठाना होता है।”


Hardik Pandya: South Africa के लिए सबसे बड़ा फर्क

भारत ने 78/4 की मुश्किल स्थिति से उबरकर, Hardik Pandya की 28 गेंदों में 59 रन की विध्वंसक पारी* से मैच अपने हाथ में ले लिया।
उनकी पारी में 80% से अधिक रन boundaries से आए।

Surya बोले:

“Hardik ने मैच पूरी तरह बदल दिया। शुरुआत में हमारे गेंदबाज़ों ने अच्छा किया, पर अंत में भारत हमें मात दे गया।”


Injuries के बहाने से बचते हुए Prince की ईमानदार स्वीकारोक्ति

SA टीम में हाल ही में चोटों की भरमार रही:

  • Tony de Zorzi बाहर
  • Qena Mafaka बाहर
  • Nandre Burger वनडे से बाहर

लेकिन Prince ने बहाना नहीं बनाया:

“हम injuries को excuse नहीं मानते। जो XI उतरे, वही जीतने के लिए पर्याप्त होनी चाहिए।”


South Africa की असली समस्या — निरंतरता की भारी कमी

Suryakumar Yadav के अनुसार:

“हमें consistency लानी होगी। भारतीय गेंदबाज़ी बेहद मजबूत है, और हमें उनके सवालों का जवाब नहीं मिला। हमारे बल्लेबाज आज लय नहीं पकड़ पाए।”

Pitch का पढ़ना और उसी के अनुसार खेलना—यही सबसे बड़ी चुनौती रही

Boom Boom Bumraah ने कहा:

“Pitch देखकर अनुमान लगाया जा सकता है, लेकिन जब तक आप उस पर खेलते नहीं, पता नहीं चलता।
हम खुद को conditions के अनुसार adjust नहीं कर पाए, और यही हार का कारण बना।”


अब आगे क्या? Chandigarh की यात्रा और नई चुनौती

दक्षिण अफ्रीका को अब 1500 किमी की थकाने वाली यात्रा करके कटक से चंडीगढ़ पहुंचना है, जहाँ Maharaja Yadavindra Singh Stadium अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच होस्ट करेगा।

भारत भी यह यात्रा करेगा, लेकिन एक भारी जीत के उत्साह के साथ।
दूसरी तरफ SA ऐसी स्थिति में पहुंच गई है जहाँ उन्हें लग रहा है कि उनकी सफलता उनसे दूर होती जा रही है।


निष्कर्ष:

दो सप्ताह पहले तक जिसे भारत में ऐतिहासिक सफलता का श्रेय दिया जा रहा था, वही दक्षिण अफ्रीका आज सवालों के घेरे में है।
लगातार तीन T20/ODI collapses, कठिन conditions, असंगत बल्लेबाजी और injuries ने टीम की लय तोड़ दी है।

आने वाले 10 दिनों में चार T20I मैच—SA के लिए यह समय सिर्फ जीतने नहीं, बल्कि खुद को बचाने का भी है।


Leave a Reply